गुरुवार, 9 अक्तूबर 2014
बुधवार, 1 अक्तूबर 2014
New Artist born
हम अवसाद में है या दुखी हैं तो गौर करें कि किसी ख़ूबसूरती से नक्काशी की गई कलाकृति या हाथों की मेहनत से बनी कोई कलाकृति देखते ही हम अचंभित हो उठते हैं और आश्चर्यजनक रूप से हमारा तनाव कम हो जाता है। खूबसूरत रंग और विभिन्न छोटे-छोटे साधनों द्वारा अपने कलाबोध द्वारा बनाई कृति को हम सीधे ही विशेषग्यता का कार्य मानकर कलाकार को हुनर की दाद देते हैं। हम किसी भी चीज या लोगों की आसानी से तारीफ नहीं कर पाते लेकिन कला का कार्य ही ऐसा है जिसमे हम खुले दिल से तारीफ करते हैं चाहे वो कलाकार एक्टर हो, गायक हो, कवि हो, चित्रकार हो या डांसर या कुछ और। हम इतनी सादगी से किसी की भी तारीफ इसलिए कर देते हैं कि हमे पता है कि कुछ लोग ही फ़नकार होते हैं। बल्कि मैं तो कहता हूँ कि दुनिया में सिर्फ कलाकार को ही ख़ुदा खुद अपने हाथ से बना के भेजता है।
यहाँ मैं अपनी धर्म-पत्नि के हाथों से बनी विभिन्न कलाकृतियों को सब के सामने रखूँगा। लकड़ी की बनी ये कृतियाँ बेजोड़ कारीगरी का नमूना है। निश्चित रूप से लाखों में एक को ही ये हुनर उपरवाला देता है। मैं भगवान को शुक्रिया भी करता हूँ कि एक कलाकार को दुसरे कलाकार के पास भेजा।
आप इन कृतियों को देखें और सराहें।
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